केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानी CPCB के ताजा आंकड़े भी बेहतर होती हवा की गवाही दे रहे हैं. CPCB के मुताबिक, लगातार पांचवें दिन दिल्ली के AQI आंकड़ों में गिरावट दर्ज की गई है. आज सुबह 6 बजे के करीब दिल्ली का औसत एक्यूआई 161 मापा गया.
दिल्ली-NCR के प्रदूषण में लगातार सुधार देखने को मिल रहा है. दिसंबर के शुरुआती पांच दिनों से एयर क्वॉलिटी इंडेक्स यानी AQI लेवल में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. अब ये गिरावट 200 से भी कहीं नीचे आ गई है, जो इस बात का साफ संकेत है कि दिल्ली की हवा नवंबर महीने के मुकाबले दिसंबर में काफी बेहतर हुई है. यानी दिल्ली-NCR पर छाया स्मॉग संकट पर अब दूर हो रहा है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानी CPCB के ताजा आंकड़े भी बेहतर होती हवा की गवाही दे रहे हैं. CPCB के मुताबिक, लगातार पांचवें दिन दिल्ली के AQI आंकड़ों में गिरावट दर्ज की गई है. आज सुबह 6 बजे के वक्त दिल्ली का औसत एक्यूआई 161 मापा गया.
इसके अलावा दिल्ली के आनंद विहार में AQI 178, अलीपुर में 150, आया नगर में 110, चांदनी चौक में 202, द्वारका सेक्टर-8 में 186, आईटीओ में 128, जहांगीरपुरी में 198 दर्ज किया गया. यानी ज्यादातर इलाकों में AQI 200 के नीचे ही रिकॉर्ड किया गया, जो दिल्ली-NCR के लोगों के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं है.
NCR में भी बिगड़ने लगी हवा
- ग्रेटर नोएडा- 138
- गाजियाबाद- 102
- नोएडा- 114
- गुरुग्राम- 141
- फरीदाबाद-164
कैसे मापी जाती है एयर क्वालिटी?
अगर किसी क्षेत्र का AQI जीरो से 50 के बीच है तो AQI ‘अच्छा’ माना जाता है, 51 से 100 AQI होने पर ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’माना जाता है, अगर किसी जगह का AQI 201 से 300 के बीच हो तो उस क्षेत्र का AQI ‘खराब’ माना जाता है. अगर AQI 301 से 400 के बीच हो तो ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI होने पर ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है. वायु प्रदूषण से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. इसी के आधार पर दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप श्रेणी की पाबंदियां लगाई जाती हैं. आपको बता दें कि ग्रैप-4 लागू है.